फतेह बहादुर की फतह के लिए मैदान मे साधना सिंह
320, कैम्पियरगंज, गोरखपुर
गोरखपुर
खबर तह तक की ग्राउंड रिपोर्ट
विधानसभा चुनाव मे पति एवं कैम्पियरगंज क्षेत्र से विधायक फतेह बहादुर सिंह के जीत की राह इस बार भी सुनिश्चित करने के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह मैदान मे उतर गयी हैं. साधना सिंह गाँव -गाँव और कस्बों -चौराहों पर जन सम्पर्क कर फतेह बहादुर सिंह की फतह के लिए लोगों से समर्थन की गुहार लगा रही हैं.
2012 मे हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी साधना सिंह जिला पंचायत की अध्यक्ष थीं. उस चुनाव मे एनसीपी से फतेह बहादुर सिंह एवं सपा कैंडिडेट पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चिंता यादव के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा था. नव गठित कैम्पियरगंज विधानसभा का पहला चुनाव होने के कारण फतेह बहादुर सिंह के लिए यह चुनाव बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा था. इसका कारण साफ दिखायी दे रहा था. फतेह बहादुर सिंह पनियरा क्षेत्र से विधायक थे. नए परिसीमन के बाद बने कैम्पियरगंज क्षेत्र मे पनियरा क्षेत्र के अधिकांश भाग के अतिरिक्त जंगल कौड़िया ब्लाक भी शामिल कर लिया गया. जंगल कौड़िया ब्लाक का क्षेत्र फतेह बहादुर सिंह के लिये नया था. और जिस पार्टी एनसीपी के सिम्बल पर वह चुनाव मैदान मे थे वह इस क्षेत्र के लिये नयी थी ही और पार्टी का जनाधार भी शून्य माना जा रहा था.तीसरी सबसे बड़ी चुनौती सपा की तरफ से महिला प्रत्याशी चिंता यादव थीं जो महिला होने के कारण महिला मतदाताओं मे प्रभावमजबूत करने मे लगी थीं.
फतेह बहादुर सिंह के चुनावी रणभूमि मे दिख रही चुनौतियों का सामना करने और पति की जीत सुनिश्चित करने के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह खुद मैदान मे उतर पड़ी थीं. पति फतेह बहादुर सिंह के जीत की राह आसान करने के लिए साधना सिंह ने धुँवाधार जन सम्पर्क अभियान शुरू कर दिया तो क्षेत्र मे चिंता यादव के साथ ही साधना सिंह भी महिलाओं पर अपना जादू दिखाना शुरू कर दिया तो एक बैलेंस बनने लगा था. इसका असर यह हुआ कि फ़तेह बहादुर सिंह ने चिंता यादव को चुनाव मे पराजित कर दिया.
हलांकि, इस चुनाव मे भाजपा प्रत्याशी रहे बृजेश यादव भी फतेह बहादुर सिंह के लिये फायदेमंद साबित हुए थे. यदि जातिगत समीकरण पर गौर किया जाये तो जितना मत बृजेश यादव को मिला था उसके आधे मतों से ही फतेह बहादुर सिंह को कैम्पियरगंज की सीट पर फतह हासिल हुयी थी.
2017 के बाद अब 2022 मे एक बार फिर साधना सिंह ने अपने पति फतेह बहादुर सिंह के लिए जन सम्पर्क अभियान शुरू कर दिया है. साधना सिंह गाँव-गांव जाकर जन सम्पर्क कर रही हैं और जनता से समर्थन की गुहार कर रही हैं. 2022 के चुनाव मे फतेह बहादुर सिंह का मुकाबला क्रमशः सपा, कांग्रेस प्रत्याशी रही चिंता यादव से तो नहीं होना है, क्योंकि इस बार चिंता यादव चुनाव नहीं लड़ेंगी. सपा से टिकट के दावेदार चिंता यादव के पति साधू यादव और फ़िल्म अभिनेत्री काजल निषाद हैं. यदि काजल निषाद को सपा का टिकट मिला तो फतेह बहादुर सिंह के सामने एक बार फिर चुनौती ख़डी हो सकती है.
इसी चुनौती से निपटने के लिए साधना सिंह ने अभी से जन सम्पर्क अभियान शुरू कर दिया है. फतेह बहादुर सिंह के जनाधार की जमीन मजबूत करने के लिए वह गाँव -गाँव और घर -घर जन सम्पर्क मे जुट गयी हैं.
भाजपा की तरफ से फतेह बहादुर सिंह का टिकट पक्का माना जा रहा है इसलिए उनका जन सम्पर्क अभियान पूरे जोश खरोस के साथ जारी है, वहीं सपा, बसपा एवं कांग्रेस की तरफ से अभी किसी एक के नाम पर मोहर नहीं लगी है इसलिए इनके एक से अधिक दावेदार मैदान मे मैदान मारने की तैयारी कर रहे हैं.
फिलहाल, मकर संक्रांति के बाद तश्वीर साफ हो जाएगी ज़ब सभी दलों के प्रत्याशियों के नाम साफ हो जाएंगे.
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